शनिवार, 23 जून 2018

उत्तर प्रदेश राजस्व संहिता 2016 धारा 35

अंतरण के मामलों में नामांतरण:--

  (1)धारा 33 या  धारा 34 के अधीन किसी रिपोर्ट या तथ्य की जानकारी प्राप्त होने पर तहसीलदार एक उद्घोषणा जारी करेगा और ऐसी जांच करेगा जैसी आवश्यक प्रतीत हो और ,

(क) यदि मामला विवादित नहीं है तो वह अधिकार अभिलेख खतौनी को तदनुसार संशोधित करने का निर्देश देगा
(ख) निरसित
(ग) यदि मामला विवादित है तो वह विवाद का निपटारा करेगा और अधिकार अभिलेख खतौनी को तदनुसार यदि आवश्यक हो संशोधित करने का निर्देश देगा ।

   (2)उप धारा 1 के अधीन तहसीलदार के आदेश से व्यथित कोई व्यक्ति ऐसे आदेश के दिनांक से 30 दिन के भीतर उप जिला अधिकारी को अपील कर सकता है

5 टिप्‍पणियां:

  1. सर मेरे जमीन का मुक़दमा महोदय के आदेश के अनुपालन में तहसीलदार न्यालय पर सभी पक्षों को सुनकर विधिक आदेश 21.1.2020 पारित किया जिसके विरुध्द विपक्षी सुनीता उपजिलाधिकारी के वहा दिनांक 13.2.2020 को निगरानी दाखिल की जो अभी भी लंबित है निगरानी सुनवाई के दौरान ही अवर न्यालय के 21.1.2020 आदेश के विरुध्द 03.09.2020 को श्री मान राजस्व परिषद में भी विपक्षी सुनीता द्वारा अपील दाखिल की गयी जहा मुझे बिना सुने राजस्व परिषद द्वारा तहसीलदार द्वारा न्‍याय संगत आदेश 21.01.2020 पर दिनांक 09.10.2020 स्टे कर दिया गया है.
    कृपया उचित राय देने की कृपा करे जिससे. 7007079016

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  2. सर मेरे जमीन बाबा के नाम पर थी जो की फर्जी बसीयत के आधार पर धारा 2006 35 लगा दी और दीवानी दायर हो जो की 3 साल हो गयी सर उचित राय दे

    जवाब देंहटाएं

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