उत्तर प्रदेश राजस्व संहिता 2016
धारा 38
गलती और लोप का सुधार
1) नक्शा खसरा या अधिकार अभिलेख खतौनी मैं किसी गलती और लोप के सुधार के लिए प्रार्थना पत्र तहसीलदार को बिहित रीति से दिया जाएगा।
2) उपधारा 1 के अधीन प्रार्थना पत्र प्राप्त होने पर या अन्यथा उसकी जानकारी में प्राप्त किसी गलती या लोप होने पर तहसीलदार ऐसी जांच करेगा जो उसे आवश्यक प्रतीत हो और नक्शा में संशोधन संबंधी मामलों को अपनी रिपोर्ट के साथ कलेक्टर को तथा अन्य संशोधन संबंधी मामले को अपनी रिपोर्ट के साथ उप जिलाधिकारी को निर्दिष्ट करेगा ।
3) कलेक्टर या उप जिलाधिकारी जैसी भी स्थित हो द्वारा अपने समक्ष दाखिल या तहसीलदार के समक्ष दाखिल किसी आपत्ति एवं प्रस्तुत किए गए साक्ष्य पर विचार करने के पश्चात मामले का निर्णय किया जाएगा।।
4) उपधारा 3 के अधीन कलेक्टर या उप जिलाधिकारी जैसी भी स्थित हो के किसी आदेश द्वारा व्यथित कोई व्यक्ति आयुक्त को ऐसे आदेश के दिनांक से 30 दिन के भीतर अपील कर सकता है और आयुक्त का निर्णय अंतिम होगा।
5) नक्शा खसरा या अधिकार अभिलेख खतौनी की कोई फर्जी यया छल साधित प्रविष्टि को इस धारा के अंतर्गत खारिज किया जा सकता है।
6) इस संहिता के अन्य प्रावधानों में किसी बात के होते हुए भी राजस्व निरीक्षक अधिकार अभिलेख तथा खसरा की किसी अविवादित त्रुटि या लोप को ऐसी रीत से और ऐसी जांच जो बिहित की जाए, करने के बाद ठीक कर सकेगा।।
धारा 38
गलती और लोप का सुधार
1) नक्शा खसरा या अधिकार अभिलेख खतौनी मैं किसी गलती और लोप के सुधार के लिए प्रार्थना पत्र तहसीलदार को बिहित रीति से दिया जाएगा।
2) उपधारा 1 के अधीन प्रार्थना पत्र प्राप्त होने पर या अन्यथा उसकी जानकारी में प्राप्त किसी गलती या लोप होने पर तहसीलदार ऐसी जांच करेगा जो उसे आवश्यक प्रतीत हो और नक्शा में संशोधन संबंधी मामलों को अपनी रिपोर्ट के साथ कलेक्टर को तथा अन्य संशोधन संबंधी मामले को अपनी रिपोर्ट के साथ उप जिलाधिकारी को निर्दिष्ट करेगा ।
3) कलेक्टर या उप जिलाधिकारी जैसी भी स्थित हो द्वारा अपने समक्ष दाखिल या तहसीलदार के समक्ष दाखिल किसी आपत्ति एवं प्रस्तुत किए गए साक्ष्य पर विचार करने के पश्चात मामले का निर्णय किया जाएगा।।
4) उपधारा 3 के अधीन कलेक्टर या उप जिलाधिकारी जैसी भी स्थित हो के किसी आदेश द्वारा व्यथित कोई व्यक्ति आयुक्त को ऐसे आदेश के दिनांक से 30 दिन के भीतर अपील कर सकता है और आयुक्त का निर्णय अंतिम होगा।
5) नक्शा खसरा या अधिकार अभिलेख खतौनी की कोई फर्जी यया छल साधित प्रविष्टि को इस धारा के अंतर्गत खारिज किया जा सकता है।
6) इस संहिता के अन्य प्रावधानों में किसी बात के होते हुए भी राजस्व निरीक्षक अधिकार अभिलेख तथा खसरा की किसी अविवादित त्रुटि या लोप को ऐसी रीत से और ऐसी जांच जो बिहित की जाए, करने के बाद ठीक कर सकेगा।।
Great effort
जवाब देंहटाएंकिस धारा के माध्यम से लेखपाल के अभिलेखों जैसे नक्शा खसरा और खतौनी आदमी हुई गलतियों का सुधार किया जाता है यदि नक्शा खसरा और खतौनी में कहीं कोई गलती मिलती है तो लेखपाल उस गलती को सुधार के लिए राजस्व निरीक्षक को देगा या राजस्व निरीक्षक को इस प्रकार की कोई विसंगति मिलती है तो इस प्रकार की गलती को या लोगों को सुधारने के लिए एक प्रतिवेदन तहसीलदार को दिया जाएगा यदि नक्शा में कोई लोग है या गलती है तो तहसीलदार इस गलती के लिए अपनी रिपोर्ट के साथ उस आवेदन को कलेक्टर के अनुमति के लिए भेजेगा शेष अन्य गलतियों के लिए सभी आवेदनों को उप जिलाधिकारी के पास आदेश के लिए भेजेगा उप जिलाधिकारी ऐसा उचित समझें आदेश पारित करेंगे और गलती का सुधार हो जाएगा
जवाब देंहटाएंगलती का सुधार करना।
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