रविवार, 25 फ़रवरी 2018

Computer Tips

कंप्यूटर पर इंटरनेट ब्राउज़िंग के लिए कीबोर्ड शॉर्टकट

यहाँ हमने GOOGLE क्रोम ब्राउज़र में प्रयोग होने वाले कीबोर्ड शॉर्टकट शामिल किये है, सामान्यतः ये कीबोर्ड अन्य ब्राउज़र में भी वही कार्य करते है।
  1. नई ब्राउज़र विंडो खोलने के लिए : Ctrl + N 
  2. उसी ब्राउज़र में नई टैब के लिए : Ctrl + T
  3. प्राइवेट ब्राउज़िंग विंडो के लिए : Ctrl + Shift + N
  4. वर्तमान टैब को बंद करने के लिए : Ctrl + F4 या Ctrl + W
  5. वर्तमान ब्राउज़र विंडो को बंद करने के लिए : Alt + F4
  6. पिछले बंद हुए टैब को फिर से खोलने के लिए : Ctrl  + Shift + T
  7. वर्तमान टैब को बुकमार्क करने के लिए : Ctrl + D
  8. ब्राउज़िंग हिस्ट्री देखने के लिए : Ctrl + H 
  9. डाउनलोड हिस्ट्री देखने के लिए : Ctrl + J
  10. वर्तमान पेज में कुछ खोजने के लिए : Ctrl + F
  11. खोजे गए शब्द के अगले परिणाम पर जाने के लिए : Ctrl + G
  12. खोजे गए शब्द के पिछले परिणाम पर जाने के लिए : Shift + Ctrl + G
  13. पिछले पेज पर जाने के लिए : Alt + Left Key
  14. अगले पेज पर जाने के लिए : Alt + Right Key
  15. अगली टैब पर जाने के लिए : Ctrl + Tab
  16. पिछली टैब पर जाने के लिए : Ctrl + Shift + Tab
  17. पेज को रीलोड करने के लिए : Ctrl + R या F5
  18. लोड होते पेज को रोकने के लिए : Esc
  19. किसी भी टैब पर जाने के लिए : Ctrl + नंबर (उदाहरण के लिए – तीसरी टैब पर जाने के लिए Ctrl + 3 दबाएँ)
  20.  ब्राउज़र की एड्रेस बार में जाने के लिए : Ctrl + L या Alt+D या  F6
  21. किसी वेबसाइट को टाइप करते समय अपने आप आगे www. और पीछे .com  लगाने के लिए : Ctrl + Enter
  22. वेब पेज को निचे स्क्रॉल करने के करने के लिए : Space
  23. वेब पेज ऊपर स्क्रॉल करने के लिए : Shift + Space
  24. वेब पेज में सबसे ऊपर जाने के लिए : Home
  25. वेब पेज में सबसे नीचे जाने के लिए : End
  26. वेबपेज में ज़ूम करने के लिए : Ctrl और +
  27. वेबपेज में ज़ूम आउट करने के लिए : Ctrl और –
  28. ब्राउज़िंग हिस्ट्री, कूकीज, कैश इत्यादि क्लियर करने के लिए : Ctrl + Shift + Delete
  29. ब्राउज़र को फूल स्क्रीन करने के लिए : F11
  30. वर्तमान वेब पेज के सोर्स कोड को देखने के लिए : Ctrl + U
  31. वर्तमान पेज को प्रिंट करने के लिए : Ctrl + P
  32. डेवलपर टूल खोलने के लिए : F12


फोटोशॉप में फाइल खोलना (Opening a File) ! Learn Photoshop in Hindi

फोटोशॉप में फाइल खोलना (Opening a File) Learn Photoshop in Hindi

Photoshop में आप एक साथ कितनी भी चित्र फाइलों को खोल सकते है , यदि आपके कंप्यूटर की RAM का आकार उन्हें सँभालने के लिए पर्याप्त हो ! यदि फाइल का फॉर्मेट .psd अर्थात फोटोशॉप का अपना फॉर्मेट है तो आप उसके आइकॉन को डबल –क्लिक करके ही फाइल को खोल सकते है ! ऐसा करते ही फोटोशॉप शुरु हो जायेगा और वह फाइल खुल जाएगी ! किसी अन्य फॉर्मेट की फाइल को फोटोशॉप में खोलने के लिए निम्न कार्य कीजीए- 1. File मेनू में Open…. आदेश दीजिए या फिर कण्ट्रोल के साथ O (Ctrl+O) बटन दबाएँ ! इससे आपकी स्क्रीन पर निचे दिए गए चित्र की तरह ‘Open’ का डायलॉग बॉक्स खुल जायेगा
2. इसके Look in ड्राप-डाउन लिस्ट बॉक्स में उस ड्राइव और फोल्डर का नाम चुनिए जिसमे वह फाइल है जिसको आप फोटोशॉप में खोलना चाहते हैं ! इससे उस फोल्डर में उपलब्ध ऐसी चित्रफाइलों के नाम बिच के खाली भाग में दिखाई देंगे जिन्हें आप फोटोशॉप में खोल सकते हैं !
3. बीच के भाग में उस फाइल के नाम को क्लिक करके चुनिए ! ऐसा करने पर प्राय: उस चित्र फाइल का प्रिव्यू निचे के भाग में दिखाई देता है !
4. Open बटन को क्लिक कीजिए ! इससे वह चित्र फोटोशॉप में खुल जाएगी

इंटरनेट के जरुरी डिवाइस IMPORTANT INTERNET REQUIRMENT

इंटनेट पर सर्फ करने के लिएए काफी उपकरणों की जरुरत होती है।

कंप्यूटर Computer

कोई भी कंप्यूटर इन्तेर्नत से जोड़ा जा सकता है।

प्रोग्राम Program

इंटरनेट  पर खास प्रोग्रम्म्स की जरुरत होती है।  ज्यादातर सर्विस प्रोवाइडर इन प्रोग्रामो को मुफ्त देते है।

मॉडेम Modem

मॉडेम के जरिये कंप्यूटर एवं इंटरनेट के बीच सूचनाओ का आदान – प्रदान होताहै।

टेलीफोन लाइन या आई एस डी एन  लाइन्स Telephone Line or ISDN lines

टेलीफोन → इंटरनेट की साड़ी सुचना टेलीफोन लाइन के जरिये ही उपलब्ध होती है।
आई एस डी एन  लाइन्स →  आई एस डी एन  लाइन्स या इंटीग्रेटेड सर्विस डिजिटल नेटवर्क एक इंटरनेशनल टेली कम्युनिकेशन स्टैंडर्स है जो आवाज़ के संचार के लिए, वीडियो  एवं डाटा  को भी डिजिटल लाइनो के द्वारा 64 किलो बिट्स प्रति सेकंड की दर से संप्रेषित करती है।  टेलीफोन कंपनिया आमतौर पर 64 kbps  चैनेल  ही दुतरफा आवाज़ या बातचीत केलिए उपलब्ध करती है

आई एस पी ( इंटरनेट सर्विस प्रोवाइडर ) Internet Service Provider

इंटरनेट सर्विस प्रोवाइडर एक कंपनी है जो इंटरनेट तक पहुच उपलब्ध कराती है।  जैसे JIO Bsnl, tata indicom, reliance, vodafone, docomo, mtnl. tikona, nextra, airtel mantra online इत्यादि

सर्वर किसे कहते है What is Server

इंटरनेट से जुड़े कंप्यूटर क्लाइंट और सर्वरों  का इस्तेमाल कर दुनिया भर में एक दूसरे को Data Tranfer करते है।  वह कंप्यूटर जो किसी Network के स्रोतों जैसे प्रोग्राम और डाटा  को व्यवस्थित करता है और एक केंद्रीय स्टोरेज एरिया उपलब्ध करता है सर्वर कहलाता है
वह कंप्यूटर जो इस Storage Area तक एक्सेज कर प्रोग्राम या डाटा  लेना चाहता है Client  कहलाता है।  इंटरनेट पर एक क्लाइंट जो कई सारे सर्वरो के फाईलो और प्रोग्रामो तक एक्सेस कर सकता है Host Computer कहलाता है।  आपका कंप्यूटर होस्ट कंप्यूटर ही है।
इंटरनेट की अंदरुनी संरचना में एक Transportation System  होता है।  एक ट्रांसपोर्टेशन सिस्टम में ट्रैफिक का ज्यादातर लोड हाईवे वहन करते है।  जो बड़े शहरो को जोड़ते है। ठीक इशी प्रकार इंटरनेट में कुछ मुख्य कम्युनिकेशन लाईने होती है जो ट्रैफिक का अधिकतम भर वहन  करती है।  इन Communication  लाईनों  को संयुक्त रूप से इंटरनेट backbone कहते है।
इंटरनेट एक पैकेट आधारित नेटवर्क है। इसका मतलब है की जो डाटा  आप ट्रांसफर करते है वह पैकेट में बट जाता है तो तब क्या होता है जब आप इंटनेट के विभिन्न नेटवर्कों के बीच डाटा  ट्रांसफर करते है।  नेटवर्क नेटवर्क विशेष कम्प्यूटरों से जुड़े होते है जिनको राऊटर कहते है।
एक Router पहले यह चैक करता है की आपके Packet (डेटा) को कहाँ जाना है फिर वह यह तय करता है की किस दिशसा में इसे भेजा जाए।  यह संभव नहीं है की प्रत्येक राऊटर अन्य दूसरे राऊटर से जुड़ा हो।  वे सिर्फ आपके डाटा  की दिशा तय करते है।  राऊटर को यह बताने  के लिए की डेटा को कहाँ जाना है , एक तरह का एड्रेस होता है जो ip  कहलाता है।  IP (Internet Protocol )  के साथ ट्रांफर होने वाला डाटा  पैकेट में बटा  होता है।  यह एक अन्य प्रोटोकॉल द्वारा हैंडल किया जाता है जिसे TCP (transmission control protocol ) कहा जाता है।
बाद में यह खोज गया की IP एड्रेस जो वास्तव में सिर्फ नंबर होते है कंप्यूटर तो आसानी से हैंडल कर सकता है लेकिन  मनुष्य होने के नाते हमारे लिए यह संभव नहीं होता।  इससे निपटने के लिए 1984 में डोमेन नाम अस्तित्व  में आया।  Domain Name Internet  पर किसी व्यक्ति के अकाउंट  लोकेशन होते है।

कैसे बनाये अपने Laptop को Wifi Hotspot पूरी जानकारी

क्या आप कभी ऐसी situation में फंसे हैं जब आपके पास network cable तो है, पर कोई Wi-Fi routerनहीं, लेकिन कई लोगों को एक ही वक्त पर internet इस्तेमाल करना है? या फिर आपके पास 3G dongle है जो लैपटॉप पर काम करता है, पर Wi-Fi only tablet के लिए किसी काम का नहीं। ऐसा हुआ है आपके साथ? कितना अच्छा होगा कि बिना router के आप अपने internet connection को सभी users और devices पर शेयर कर पाएं।
आप अपने laptop या desktop के इंटरनेट कनेक्शन को Wi-Fi के जरिए दूसरे device के साथ शेयर कर सकते हैं, और ज्यादातर वक्त ऐसा करना बेहद ही आसान है। Mac users को कोई परेशानी नहीं आती क्योंकि OS X में Internet Sharing setup  करना, चंद क्लिक का काम है। हालांकि, Windows यूजर्स के लिए यह process थोड़ा पेंचीदा है। complex setup process और reliability की समस्या के कारण Built-in options भी कभी-कभार कारगर नहीं  होता।
Windows 7, Windows 8, या Windows 8.1 पर Internet sharing
अच्छी बात यह है कि Market में आपकी machine  को Wi-Fi hotspot में तब्दील करने वाले कई apps available हैं। लेकिन इसे इस्तेमाल में लाने से पहले Microsoft की website पर Windows built-in sharing के बारे में जानकारी हासिल कर लें। उम्मीद करते हैं कि आपका  luck हमसे बेहतर होगी। हम यही suggest करेंगे  कि आप इस process को नजरअंदाज करके third-party app को इस्तेमाल में लाएं, क्योंकि आम तौर पर इसका experience better रहेगा।
हमने Popular App Connectify और Virtual Router Plus को test   किया। Virtual Router Plus के साथ अनुभव खराब रहा। installed anti-virus ने इसे सिस्टम के लिए खतरनाक (Threat) बताया, और installation के दौरान इसने कई unauthenticated software इंस्टॉल करने की कोशिश की। Connectify के साथ इस तरह की समस्या नहीं आई। आपके कम्प्यूटर को वाई-फाई हॉटस्पॉट में तब्दील करने के लिए यह एक trusted app है।
इस process के लिए आपको एक ऐसे Windows कम्प्यूटर का इस्तेमाल करना होगा, जिसमें Wi-Fi adapter  (या built-in Wi-Fi) हो। अगर आपके कंप्यूटर में वाई-फाई नहीं है, तो आप एक buy कर  लें जो USB के जरिए connect  हो जाए।
Windows मशीन को Wi-Fi hotspot  बनाने के लिए इन steps को follow करें:
1. Connectify को Download कर install करें। Installation करना बेहद ही सीधा है और जब यह पूरा हो जाए तब आप अपने कंप्यूटर को restart  कर लें।
2. computer restart  करने के बाद check कर  लें कि यह इंटरनेट से connected है या नहीं। अगर है तो Connectify Hotspot को चलाएं।
3. आप ऐप में दो tabs देख पाएंगे- settings and clients। settings टैब में “Create a।।।” के अंदर Wi-Fi hotspot  पर क्लिक करें।
4. Internet to share के नीचे आप एक drop-down menu देखेंगे। इसे Expand करें और जिस connection को शेयर करना है उसे सेलेक्ट करे । हमने इस ऐप को wired और  wireless connection के साथ टेस्ट किया, दोनों ही  circumstances में यह ठीक से काम कर रहा था।
5. Menu में आप कई और options देख पाएंगे। वाई-फाई के लिए password  डालें। Start हॉटस्पॉट पर क्लिक करें।
बस आपको इतना ही करने की जरूरत है। अब आपके दूसरे device Connectify-me नाम से एक Wi-Fi network डिटेक्ट करने लगेंगे। password  डालें और बिना किसी परेशानी के Internet use करें।
Kaise Banaye Apne Laptop ko Wifi Hotspot Hindi Tips And Tricks

Kaise Banaye Apne Laptop ko Wifi Hotspot Hindi Tips And Tricks



Connectify एक paid app है, लेकिन कुछ कम features के साथ इसका free version भी उपलब्ध है। आप free version की मदद से हॉटस्पॉट तो बना सकते हैं, पर सबसे बड़ी खामी यह है कि हर 30 मिनट बाद यह अपने आप disconnect हो जाएगा और हर बार एक pop-up दिखेगा, जिसमें आपसे pro version खरीदने के लिए पूछा जाएगा। आपको हर बार हॉटस्पॉट को मैनुअली re-enable करना होगा।
Pro version में ज्यादा features हैं और एक साल के लाइसेंस की कीमत है $ 25 (Rs 1,550) व लाइफ टाइम के लिए $40 (2,450 रुपये)। इस version में Unlimited HotSpot Uptime, के अलावा custom hotspot naming, 3जी और 4G networks (USB Internet Dongle),  से Internet Sharing और  Advanced Firewall Controls.  जैसे फीचर्स हैं।

OS X पर इंटरनेट शेयरिंग

Mac यूजर्स के लिए यह process बेहद ही आसान है। इस तरह से आप Mac का internet connection. शेयर कर सकते हैं।
1. System Preferences खोलें। इसके बाद sharing में जाएं। फिर internet शेयरिंग को चेक करें।
2. दायीं तरफ Share Your Connection के बाद बने drop-down menu को एक्सपेंड करें, शेयर किए जाने वाले connection को चुनें। आप Ethernet, Wi-Fi, Bluetooth या iPhone USB के जरिए  internet connection शेयर कर सकते हैं।
अगर आप iMac, Mac Pro, या MacBook Pro पर wired इंटरनेट कनेक्शन इस्तेमाल कर रहे हैं तो आम तौर पर आप Ethernet चुनना चाहेंगे। अगर आप अपने MacBook Air के लिए external Ethernet adapter का इस्तेमाल कर रहे हैं, तो आप USB Ethernet या Thunderbolt Ethernet चुनना चाहेंगे। हालांकि, यह आपके dongle पर निर्भर करेगा (सामान्य तौर यह USB होता है)।
3. उसके नीचे, To computers using के बगल में  एक बॉक्स बना है। यहां पर आपको वाई-फाई के बगल वाले बॉक्स में टिकमार्क करना होगा।
4. इसके बाद  box के नीचे Wi-Fi Options बटन पर क्लिक करें। नेटवर्क चुनें, फिर security type औरpassword व Verify field में पासवर्ड डालें। हम आपको यही सुझाव देंगे कि Security Option में  (None) चुनने के बजाए आप passkey डालें। आप channel  को  default value पर छोड़ सकते हैं, अगर आपको नहीं पता कि आप क्या कर रहे हैं। OK पर क्लिक करें।
5. अगर आपका कनेक्शन  active है, तो आप एक green icon देख पाएंगे। इसके अलावा system Preferences के अंदर इंटरनेट शेयरिंग text देख पाएंगे।
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बस हो गया! आप दूसरे devices को Internet से कनेक्ट कर उसका इस्तेमाल शुरू कर सकते हैं।
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आप इस तरह से अपने PC या Mac को Wi-Fi hotspot  में तब्दील कर सकते हैं। क्या ऐसा करने का कोई और तरीका भी Available है, तो Comment Box के जरिए हमें बताएं।
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बिना पासवर्ड के कैसे शेयर करें वाई-फाई इंटरनेट कनेक्शन Wifi

यदि आप चाहते है की आपके घर ऑफिस में जिनके साथ आप अपना wifi इंटरनेट कनेक्शन उन्हें आपके wifi का पासवर्ड बताए बिना ही वह इंटरनेट का इस्तेमाल करे और आपका wifi भी सुरक्षित रहे तो जरूर पढ़े। How to Share wifi Without Password -बिना पासवर्ड के कैसे शेयर करें वाई-फाई इंटरनेट कनेक्शन.
यदि  आपके दाेस्त या रिश्तेदार आपके घर का वाई-फाई इंटरनेट कनेक्शन (Wi-Fi internet connection) मॉगें तो आप बिना किसी परेशानी के  उन्हें अपना वाई-फाई कनेक्शन शेयर कर सकते हैं,
जिसके लिए  आपको सिर्फ वाई-फाई कनेक्शन के लिये एक क्यूआर कोड बनाना होगा
  1. बहुत आसान तरीका है नीचे दिए लिंक पर क्लिक करके आप zxing.appspot.com पर जाए।
  2. वहां आपको   QR Code Generator, पर क्लिक करना है।
  3. अब आपके सामने एक फॉर्म का पेज नज़र आएगा।
  4. अब सिर्फ आपको अपने वाई-फाई की सभी जानकारी यह भरनी है जैसे SSID,Password में वही पासवर्ड डालिये।
  5. जो आपके नेटवर्क का पासवर्ड है। और Generate पर क्लिक करना है।
  6. आपके सामने एक क्यूआर कोड आयेगा,
  7. इसे नीचे दिये गये Download बटन पर क्लिक करके  डाउनलोड कर ले  और एक पेपर पर प्रिंटआउट निकाल कर अपने पास रख ले।
  8. अब आपके wifi  का QR Code तैयार है। अब अगर आपका दोस्त आपके वाई-फाई को शेयर करने के कहे तो उससे इस क्यूआर कोड को स्कैन करने के लिये कहिये, ऐसा करते ही वह आपके वाई-फाई नेटवर्क को बिना पासवर्ड के यूज कर पायेगा

Computer parts Knowledge in Hindi (कंप्यूटर पार्ट्स)

कंप्यूटर हार्डवेयर Computer hardware को समझने के लिए हमे उनके पार्ट्‌स के बारे में जानना जरूरी हैं|
कंप्यूटर में मुख्य रूप से निम्न पार्ट्‌स होते हैं।  COMPUTER PARTS

Micro Processor प्रोसेसर : Computer parts Knowledge  in Hindi (कंप्यूटर पार्ट्स)

माइक्रोप्रोसेसर जिसको सीपीयू भी कहा जाता है एक चिप की तरह होती है जिसे मदरबोर्ड पर सीपीयू सॉकेट में लगाया जाता है। कंप्यूटर की स्पीड सीपीयू पर ही निर्भर होती है। इसलिए हमेशा कंप्यूटर लेते समय सीपीयू पर ध्यान देना चाहिए। सीपीयू Intel AMD कंपनी के मिलते है।

Mother Board मदर बोर्ड  : Computer parts Knowledge  in Hindi (कंप्यूटर पार्ट्स)

सीपीयू cpu के अनुसार मदरबोर्ड का चुनाव किया जाता है। आपको वही मदरबोर्ड लेना चाहिए जो आपके सीपीयू को सपोर्ट करता हो। यह एक समतल बोर्ड होता है जिसके ऊपर बहुत सारे कंपोनेंट्स सॉकेक्ट कनेक्टर लगे होते है। कंप्यूटर के सभी पार्ट्स को मदरबोर्ड पर जोड़े जाते है। यह भी बहुत कम्पनियो के द्वारा बनाये जाते है जैसे : Intel Motherboard, Asus Motherboard, Gigabyte Motherboard, MSI Motherboard, Zebronics Motherboard और chines Motherboard .

Memory मेमोरी

Memory जिसे रैम ( Random Access Memory) कहा जाता है। पतली पीसीबी(PCB) पर कुछ कंपोनेंट्स लगे होते है। सीपीयू सारे काम रैम के द्वारा ही संम्पन करता है बिना इसके कंप्यूटर में डिस्प्ले नहीं आएगी। कंप्यूटर की काम करने की स्पीड सीपीयू के बाद रैम पर निर्भर करता है। यह कई कैपेसिटी के आती है। Kingston Ram 1GB, 2GB, Simtronics Ram, hynics, IBM ect

Hard Disk Drive हार्ड डिस्क

हार्ड डिस्क एक स्टोरेज डिवाइस (storage Device ) होती है , जिसमे कंप्यूटर के सारे सॉफ्टवेयर फाइल Audio, Video, Image Files आदि को Store किया जाता है, कंप्यूटर की विंडो या ऑपरेटिंग सॉफ्टवेयर HDD में ही Install की जाती है , इसकी Capacity जितनी ज्यादा होगी। उतना ज्यादा डेटा रख सकते है . पर्सनल कंप्यूटर में यह दो Types में आती है IDE और SATA . Sata HDD की Speed ज्यादा होती है। samsung hard disk, segate hdd, WD hard disk drive—160 GB, 250 GB, 320 GB, 500GB, 1TB, 10 TB

CD/DVD Drive सी.डी रोम

यह एक ऑप्टिकल ड्राइव प्लेयर(optical Drive Player) होती है। जिसमे CD डीवीडी को चलाया जाता है। CD के द्वारा कंप्यूटर में विंडो डालने गेम्स सॉफ्टवेयर इनस्टॉल करने तथा CD से Films देखने आदि काम किये जाते है , यदि Cd राइटर है तो आप Blank CD को Write भी कर सकते है , LG DVD WRITER, HP, SONY, ASUS DVD WRITER

Modem मॉडेम : Computer parts Knowledge  in Hindi (कंप्यूटर पार्ट्स)

modem के द्वारा कंप्यूटर को Internet से Connect के लिए होता है। यह दो तरह के होते है , Internal और External। लेकिन अब USB Data Card का उपयोग बहुत किया जाता है

Sound Card साउंड कार्ड

साउंड कार्ड के द्वारा कंप्यूटर को स्पीकर से जोड़ा जाता है। साउंड की क्वालिटी और परफॉमेंस साउंड कार्ड पर निर्भर करता है। ज्यादातर मदरबोर्ड में साउंड कार्ड पहले से ही लगे होते होते हे लेकिन अलग से भी साउंड कार्ड को मदरबोर्ड में Install किया जा सकता है।

Monitor मॉनिटर

मॉनिटर का काम कंप्यूटर के सारे काम को Screen पर दिखाना होता है। यह दो तरह के होते है। CRT और LCD . यह बहुत से साइज में आते है LG Monitor. Samsung Lcd monitor, BenQ, HP, Sony, Intex

Keyboard/Mouse की-बोर्ड  माउस

Keyboard पर बहुत सारे बटन होते है , जिनको दबाकर कंप्यूटर में instraction दिया जाता हैहै , जिससे कंप्यूटर काम करता है। माउस ऑप्टिकल डिवाइस होता है। इस पर दो buttons लगे होते है। मॉनिटर के स्क्रीन पर कर्सर के द्वारा कंप्यूटर में काम किया जाता है।

Speaker

स्पीकर के द्वारा कंप्यूटर साउंड को सुनने इसका उपयोग करते है

Printers

प्रिंटर कंप्यूटर के डेटा को प्रिंट Print करता है।

कंप्यूटर असेम्ब्लिंग क्या है – Computer Assembling

कंप्यूटर असेम्ब्लिंग क्या है ? What is Computer Assembling 
कंप्यूटर कई भागो  से  मिलकर बनता है।  जिसमें Motherboard से लेकर Hard disk, floppy Disk Drive, Cd-Rom Drive इत्यादि शामिल है।  इन सभी Computer Parts को ठीक तरह से Assemble करके एक system का रूप देना Computer Assembling कहलाता है।
कंप्यूटर असेम्बल करने के लिए दो तरह के पार्ट्स को  प्रयोग किया जाता  है।

1. अनिवार्य पार्ट्स  COMPULSORY COMPUTER PARTS :


यह ऐसे पार्ट्स होते है जिनके बगैर कंप्यूटर को असेम्बल नहीं किया जा सकता है।
  • Motherboard
  • Processor
  • Ram
  • Hard Disc Drive
  • Dvd Rom or CD Rom 
  • SMPS ( Switch Mode Power Supply )
  • Monitor (CRT/LCD/TFT/LED)
  • Keyboard/Mouse

2. वैकल्पिक पार्ट्स OPTIONAL COMPUTER PARTS

ऐसे पार्ट्स जिनके बिना भी कंप्यूटर को असेम्बल किया जा सकता है वैकल्पिक पार्ट्स होते है।  जैसे
  • Printer, Scanner
  • Pen Drive
  • Speaker
  • Projector
  • UPS (compulsory)
  • Web Camera

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